Saturday, 30 August 2014

सांवत्सरिक क्षमा याचना महापर्व ३० अगस्त

मित्रो, अनेक अवसरों पर स्वार्थ या प्रमाद के वश होकर जानकर या अनजान में विचारो का संतुलन बिगड़ जाता है, वाणी में कटुता आ जाती है , आचार से क्लेश पंहुचता है | आत्मशुद्धि के इस महापर्व पर हम अपने मन, वचन, काया से की गयी समस्त भूलों के लिए आपसे तन मन काया वचन और अंतरआत्मा से हाथ जोड़कर दिल से बारम्बार क्षमा याचना करते है !!
तेरापंथ युवक परिषद् किशनगंज

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